गझल |
अधाशी.... |
ameeeeet |
गझल |
तुझ्या केसात |
आदित्य_देवधर |
गझल |
पाहते |
आदित्य_देवधर |
गझल |
कुणाकुणाला जरी समजला, मला परंतू कळला नाही... |
सोनाली जोशी |
गझल |
मी जसा आहे तसा.. |
ऋत्विक फाटक |
गझल |
आयुष्य |
पुलस्ति |
गझल |
मॄत्यू अर्धविरामावस्था |
अनंत ढवळे |
गझल |
मी तुला अन तू मला मिरवायला हवे |
मिल्या |
गझल |
तुला पाहतो... |
मधुघट |
गझल |
माणसाला म्हणे मारते भाकरी! |
ह बा |
गझल |
चालताना ........ |
निलेश कालुवाला |
गझल |
चढलेल्यांना निम्मा करतो |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
कविता म्हणू प्रियेला.. |
गंगाधर मुटे |
गझल |
वेळिअवेळी |
क्रान्ति |
गझल |
हेच असावे सत्य... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
विरह |
कैलास |
गझल |
ऐकत नाही आता हे मन... |
मधुघट |
गझल |
तू कधी ही न रागावली पाहिजे |
कैलास |
गझल |
रस्ता |
केदार पाटणकर |
गझल |
हा जुगार |
केदार पाटणकर |
गझल |
नव्हतो |
आनंदयात्री |
गझल |
कधी र्हस्व माझाच मी दीर्घतो |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
नकार गर्भरेशमी |
मिल्या |
गझल |
ठराव नक्की मिळेल अंतर |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
घराणी |
ऋत्विक फाटक |