गझल |
हेच असे असते जगणे... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
छोट्या बहराची गझल |
आनंदयात्री |
गझललेख |
शेरो-शायरी : प्रस्तावना |
मानस६ |
गझल |
श्वास झालो |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
..काय मी |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
काल ज्या क्षणी तुला मी पाहिले प्रिये |
कैलास |
गझल |
माणसांना भार होती माणसे |
निलेश कालुवाला |
गझल |
कोडे |
आदित्य_देवधर |
कार्यक्रम |
सस्नेह आमंत्रण - गझल सहयोगचा मुशायरा - हे गाव आपल्यांचे |
बेफिकीर |
गझल |
खर्डेघाशी |
चक्रपाणि |
गझल |
कधी... |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
स्वप्न आता पापणीला छळत नाही |
प्रमोद बेजकर |
गझल |
पाचोळा |
पुलस्ति |
गझल |
गझल |
अनंत ढवळे |
गझल |
झेंडा |
विसुनाना |
गझल |
गझल |
मिलिंद फणसे |
पृष्ठ |
(गझल) |
केशवसुमार |
गझल |
धुमसतो अद्याप माझ्या आत कोणी |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
आयुष्य खूप गेले, |
जयन्ता५२ |
गझल |
सोपे नसते |
कुमार जावडेकर |
गझललेख |
शे(अ)रो-शायरी, भाग-३ : तुम्हारे खत में |
मानस६ |
गझल |
वाट पाहे दारावरी |
आदित्य_देवधर |
गझल |
भेटाया आल्या गझला, त्याच्या नंतर. |
ह बा |
गझल |
चंद्र झालो |
आदित्य_देवधर |
गझल |
...घट एकांतात झरावा ! |
प्रदीप कुलकर्णी |