गझल |
तुला बोलावतो सागर तुला बोलावती वाटा |
सोनाली जोशी |
गझललेख |
सुरेश भटांच्या त्या दोन ओळी... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
कसाबसा मी जगतो ते |
बेफिकीर |
गझल |
पेटतो सोहळा... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
गझल - अनंत ढवळे |
अनंत ढवळे |
गझल |
छल्ला |
बेफिकीर |
गझल |
ईश्काची गझल |
सारंग भणगे |
गझल |
वाणी |
क्रान्ति |
गझल |
मुद्दाम भुलवणारे |
जयन्ता५२ |
गझल |
सुकावे लागले |
क्रान्ति |
गझल |
लाजच काढली |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
'....राहू दे मला माझा !!' |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
हरवलाच रुखवती उखाण्याचा गोडवा |
ह बा |
गझल |
'चुकलो' म्हणेन मी तर सोकावतील सारे |
चक्रपाणि |
गझल |
पांडुरंगा |
प्रशान्त वेळापुरे |
गझल |
पाखरे खाऊन गेली चाळलेल्या वेदना |
ह बा |
गझल |
थवा |
मनीषा साधू |
गझल |
माझी आई |
ह बा |
गझल |
तू |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
रुतावे कुठे |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
कधीच नाही |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
निखारे |
योगेश्वर रच्चा |
गझल |
पाय ओढायला जडतात ती! |
ह बा |
गझल |
गझल : प्रा.रुपेश देशमुख |
रुपेश देशमुख |
गझल |
जपलेली हळहळ |
ह बा |