गझल |
मी कुठे शोधू अता ती ओळखीची माणसे |
शाम |
मंगळ, 16/08/2011 - 20:05 |
गझल |
हे फुलांचे उधान झाडांना... |
वैभव देशमुख |
मंगळ, 16/08/2011 - 16:03 |
गझल |
फिरून यायचे इथे टळेल का कधी? |
मिल्या |
मंगळ, 16/08/2011 - 12:00 |
गझल |
मला सांभाळले आहे.. |
ज्ञानेश. |
रवि, 07/08/2011 - 13:14 |
गझल |
सरहदी का शोधती मग झुंजण्याची कारणे? (तरही) |
supriya.jadhav7 |
शुक्र, 29/07/2011 - 14:53 |
गझल |
गात येथे तू उगा का थांबलेला |
विदेश |
गुरु, 28/07/2011 - 18:25 |
गझल |
मी तुझा,तुझा असेन आमरण |
कैलास |
गुरु, 21/07/2011 - 12:42 |
गझल |
जन्मभर.... |
supriya.jadhav7 |
शुक्र, 15/07/2011 - 01:14 |
गझल |
तुझी नजर |
मिल्या |
बुध, 13/07/2011 - 12:29 |
गझल |
आले वादळ गेले वादळ... |
अनंत नांदुरकर खलिश |
रवि, 03/07/2011 - 20:47 |
गझल |
गझल |
मयुरेश साने |
रवि, 03/07/2011 - 00:41 |
गझल |
कशासाठी कुणासाठी... |
अनंत नांदुरकर खलिश |
रवि, 26/06/2011 - 08:23 |
गझल |
हळूहळू |
मयुरेश साने |
रवि, 19/06/2011 - 14:21 |
गझल |
हा आहे खडतर रस्ता.. |
शाम |
शुक्र, 17/06/2011 - 21:30 |
गझल |
गाव हा आटपाट स्वप्नांचा |
प्रसाद लिमये |
गुरु, 09/06/2011 - 10:42 |
गझल |
वळवळ केवळ |
विसुनाना |
शनि, 04/06/2011 - 17:18 |
गझल |
पुसणारे नसताना कोणी अश्रू ढाळायचे कशाला... |
मयुरेश साने |
बुध, 01/06/2011 - 00:04 |
गझल |
हवे हवे ते घडतच नाही, घडू नये ते घडून गेले |
मयुरेश साने |
मंगळ, 31/05/2011 - 08:31 |
गझल |
पसारा... |
श्रीधर वैद्य |
मंगळ, 24/05/2011 - 23:58 |
गझल |
माहीत नाही... |
जिज्ञासा... |
मंगळ, 24/05/2011 - 23:34 |
गझल |
मजकूर |
आनंदयात्री |
रवि, 22/05/2011 - 17:30 |
गझल |
गावाला आलो की..... |
विजय दि. पाटील |
रवि, 22/05/2011 - 15:24 |
गझल |
लाजरा बराच मी निलाजरा जरा जरा |
मयुरेश साने |
शनि, 21/05/2011 - 17:08 |
गझल |
अस्पर्श स्वप्ने |
प्रसाद लिमये |
शनि, 21/05/2011 - 13:46 |
गझल |
जन्म देवा... |
अमित वाघ |
शुक्र, 20/05/2011 - 09:28 |