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गझल पडल्यापडल्या जागोजागी उसवत आहे विजय दि. पाटील मंगळ, 29/03/2011 - 13:20 8 सोम, 23/05/2011 - 23:36
गझल पुन्हा केव्हातरी बोलू... रुपेश देशमुख सोम, 28/03/2011 - 20:48 11 बुध, 10/08/2011 - 13:13
गझल काय आहे तुझ्याकडे माझे बेफिकीर सोम, 28/03/2011 - 17:44 3 रवि, 19/06/2011 - 13:51
गझल ''वाटत आहे'' कैलास शुक्र, 25/03/2011 - 13:06 3 मंगळ, 22/07/2014 - 00:24
गझल अचाट तारे तोडत होता अनिल रत्नाकर शुक्र, 25/03/2011 - 00:02 0 शुक्र, 25/03/2011 - 00:02
गझल इथे माझा ॠतू आहे इथे राहू नका कोणी... मयुरेश साने बुध, 23/03/2011 - 23:55 1 रवि, 27/03/2011 - 11:16
गझल पांढरा किडा गंगाधर मुटे मंगळ, 22/03/2011 - 19:49 2 सोम, 28/03/2011 - 09:04
गझल म्हणालो त्यातले काहीच मी करणार नाही विजय दि. पाटील सोम, 21/03/2011 - 11:04 10 सोम, 23/05/2011 - 23:36
गझल पाऊल वळले... अजय अनंत जोशी रवि, 20/03/2011 - 21:24 0 रवि, 20/03/2011 - 21:24
गझललेख शे(अ)रो-शायरी, भाग-९ : टूटी है मेरी नींद मगर तुमको इससे क्या मानस६ शुक्र, 18/03/2011 - 09:35 9 बुध, 18/06/2014 - 10:15
गझल कुणाशी बोलता आहात याची कल्पना आहे? बेफिकीर सोम, 14/03/2011 - 22:07 8 शुक्र, 25/03/2011 - 16:43
गझल ''जमले'' कैलास रवि, 13/03/2011 - 19:07 3 मंगळ, 15/03/2011 - 09:10
गझल नव्या यमांची नवीन भाषा गंगाधर मुटे रवि, 13/03/2011 - 08:45 8 रवि, 27/05/2012 - 18:26
गझल मी जिथे नाही अशी जागाच नाही बेफिकीर शनि, 12/03/2011 - 09:50 10 शुक्र, 25/03/2011 - 22:01
गझल तू भेटली नव्हतीस तोवर मिल्या बुध, 09/03/2011 - 11:12 12 गुरु, 28/04/2011 - 19:22
गझल मनात माझ्या कुठून येते बरेच काही? विजय दि. पाटील रवि, 06/03/2011 - 12:20 12 सोम, 23/05/2011 - 23:34
गझल रुढी परंपरेचा का बांधलास शेला? विद्यानंद हाडके रवि, 06/03/2011 - 08:36 9 गुरु, 08/03/2012 - 18:52
गझल ............. अजून काही विशाल कुलकर्णी गुरु, 03/03/2011 - 11:11 3 रवि, 27/05/2012 - 18:34
गझल लाथाडती सारे मला अनिल रत्नाकर गुरु, 03/03/2011 - 00:44 5 मंगळ, 08/03/2011 - 23:58
गझल सोयरा क्रान्ति बुध, 02/03/2011 - 22:24 7 रवि, 27/03/2011 - 18:48
गझल लगान एकदा तरी..... (हझल?) गंगाधर मुटे बुध, 02/03/2011 - 18:31 5 बुध, 09/03/2011 - 00:45
गझल हो गझल गैरमुसलसल आता.. बेफिकीर सोम, 28/02/2011 - 19:36 5 बुध, 09/03/2011 - 00:30
गझल एकदा तरी मिल्या सोम, 28/02/2011 - 18:48 9 गुरु, 10/03/2011 - 16:31
गझल कधी कधी केदार पाटणकर शुक्र, 25/02/2011 - 15:31 12 बुध, 04/04/2012 - 13:32
गझल जखमेस ओल आली.... निरज कुलकर्णी बुध, 23/02/2011 - 14:49 5 गुरु, 24/02/2011 - 17:40

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