गझल |
कधी करावी सकाळ |
बेफिकीर |
गझल |
गुलाम केले आम्हाला... |
जिवा |
गझल |
तुकारामा उगा तू काढली पाण्यातुनी गाथा |
ह बा |
गझल |
...एकंदरीने ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
श्रीरंगा...... |
गौतम.रा.खंडागळे |
गझल |
मौक्तिकांत शिंपला शोधू |
मिलिंद फणसे |
गझल |
सूर्य माझ्या मागुनी येणार होता |
कैलास गांधी |
गझल |
बाग |
अभिषेक उदावंत |
गझल |
जे जगतो ते लिहिणारा |
विजय दि. पाटील |
गझल |
वेदना |
काव्यरसिक |
गझल |
बोलताना तोल गेला... |
मानस६ |
गझल |
नाटकी |
गिरीश कुलकर्णी |
गझल |
'वस्ती' |
अभिषेक उदावंत |
गझल |
तू ... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
... वंशातल्यांचे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
''वाटत आहे'' |
कैलास |
गझल |
शहारा |
पुलस्ति |
गझल |
मरणानंतर |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
अनुमान! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
रद्दी |
योगेश जोशी |
गझल |
बघ तुझे माझे बिनसले शेवटी |
बेफिकीर |
गझल |
म्हटले होते |
क्रान्ति |
गझल |
केवढी आग लागली होती |
अनंत ढवळे |
गझल |
असाच विस्कळीत मी |
भूषण कटककर |
गझल |
कसे मानू |
जनार्दन केशव म्... |