गझल |
भिकार सावकार |
बेफिकीर |
मंगळ, 05/01/2010 - 19:13 |
गझल |
मरणानंतर |
अनिल रत्नाकर |
रवि, 03/01/2010 - 00:41 |
गझल |
कवडसे |
मधुघट |
शनि, 02/01/2010 - 10:57 |
गझल |
पूर्वीगत पण आता काही लिहिवत नाही |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
शुक्र, 01/01/2010 - 20:04 |
गझललेख |
चांदण्याची तोरणे(पुस्तक परिचय) |
केदार पाटणकर |
शुक्र, 01/01/2010 - 11:52 |
गझल |
श्वास |
अनिल रत्नाकर |
बुध, 30/12/2009 - 09:15 |
कार्यक्रम |
गझल तिहाई मुशायर यू ट्यूब वर व पुढील मुशायरे |
बेफिकीर |
सोम, 28/12/2009 - 00:42 |
गझल |
स्वार्थ |
बेफिकीर |
रवि, 27/12/2009 - 00:38 |
गझल |
ईमान |
काव्यरसिक |
शुक्र, 25/12/2009 - 21:07 |
गझललेख |
गझल तिहाई - वृत्तांत |
बेफिकीर |
मंगळ, 22/12/2009 - 02:18 |
गझल |
मुद्दाम भुलवणारे |
जयन्ता५२ |
मंगळ, 22/12/2009 - 02:14 |
गझल |
बुद्ध बाटला आहे |
बेफिकीर |
शनि, 19/12/2009 - 00:42 |
गझल |
अनोळखी होऊन जगावे.... |
जनार्दन केशव म्... |
गुरु, 17/12/2009 - 22:50 |
गझल |
रिती पोकळी |
क्रान्ति |
गुरु, 17/12/2009 - 21:42 |
गझललेख |
मीर तकी मीर ची एक गझल व त्याचे मराठी भाषांतर |
हेमंत पुणेकर |
मंगळ, 15/12/2009 - 12:30 |
गझल |
भग्न : मधुघट |
मधुघट |
शुक्र, 11/12/2009 - 12:30 |
गझल |
शोध ज्याचा घेतला तो..(अनुवाद) : केदार पाटणकर |
केदार पाटणकर |
शुक्र, 11/12/2009 - 12:30 |
गझलचर्चा |
हे भाषांतर बरे आहे का? |
बेफिकीर |
मंगळ, 08/12/2009 - 12:30 |
गझल |
जबरदस्तीचा कवी मी, गझल माझी जुळवलेली |
बेफिकीर |
सोम, 07/12/2009 - 11:06 |
गझल |
माकडे ही |
अनिल रत्नाकर |
रवि, 06/12/2009 - 17:42 |
गझल |
पांघरूनी वेड वावरणे बरे की |
बेफिकीर |
शनि, 05/12/2009 - 00:25 |
गझल |
शेवट |
चक्रपाणि |
गुरु, 03/12/2009 - 12:07 |
गझल |
प्रेम बहुधा |
बेफिकीर |
गुरु, 03/12/2009 - 11:22 |
गझल |
गझल |
अनिल रत्नाकर |
गुरु, 03/12/2009 - 00:13 |
कार्यक्रम |
सस्नेह आमंत्रण - गझल तिहाई |
अजय अनंत जोशी |
बुध, 02/12/2009 - 13:13 |