गझल |
...टाळतो |
केदार पाटणकर |
गझल |
पापणी अद्याप माझी... |
केदार पाटणकर |
गझल |
गलबत कुठे निघाले |
केदार पाटणकर |
गझल |
वादळे उसळून आल्यावर.... |
केदार पाटणकर |
गझल |
भेटत राहू |
केदार पाटणकर |
गझलचर्चा |
सलील कुलकर्णीचे शब्दांवरचे लक्ष |
केदार पाटणकर |
गझल |
चकवा |
केदार पाटणकर |
गझल |
कुर्निसात |
केदार पाटणकर |
गझललेख |
आपले रडणे....एक रसग्रहण |
केदार पाटणकर |
गझल |
खुल्या मनाने |
केदार पाटणकर |
गझल |
नाही खचायाचे |
केदार पाटणकर |
गझलचर्चा |
वृत्ताची निवड |
केदार पाटणकर |
गझल |
सोबत |
केदार पाटणकर |
गझल |
पाहुनी तुला |
केदार पाटणकर |
गझल |
हा जुगार |
केदार पाटणकर |
गझल |
माझ्या मनात थोडे... |
केदार पाटणकर |
गझल |
हसवणारे, खिदळणारे |
केदार पाटणकर |
गझल |
पहा, शांत झाला.. |
केदार पाटणकर |
गझल |
अजूनही |
केदार पाटणकर |
गझल |
पाहिजे तेव्हा कुणीही... |
केदार पाटणकर |
गझल |
माणसांना माणसांचे |
केदार पाटणकर |
गझल |
एक होऊ या क्षणी |
केदार पाटणकर |
गझललेख |
ज्योत छोटीशी जरी.. रसग्रहण |
केदार पाटणकर |
गझललेख |
खरे तर दार वा-याने... |
केदार पाटणकर |
गझलचर्चा |
महिला गझलकारांची संख्या |
केदार पाटणकर |