गझल |
जाग |
काव्यरसिक |
गझल |
हात माझे फुलांनी ही पोळले होते..... |
खलिश |
गझल |
भेट एकदा |
अगस्ती |
गझल |
लिहायचे ते लिहून टाकू |
बेफिकीर |
गझल |
शक्य नाही |
स्नेहदर्शन |
गझल |
...मी हासतो आहे |
मधुघट |
गझल |
नीट वाच...! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
पहारे |
जयन्ता५२ |
गझल |
पीळ |
विसुनाना |
गझल |
कावळे घाटावरी... |
शैलेश कुलकर्णी |
गझल |
जन्म वाभरा |
वैभव वसंतराव कु... |
गझल |
नेहमीचेच सारे |
प्रसाद लिमये |
गझल |
आनंदाने |
चित्तरंजन भट |
गझल |
गझल : प्रा.रुपेश देशमुख |
रुपेश देशमुख |
गझल |
माळले गजरे तयांनी वाळलेले...! |
विशाल कुलकर्णी |
गझल |
जीवन |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
|| मुखवटा || |
आकाश |
गझल |
वळवळ केवळ |
विसुनाना |
गझल |
अभिप्रेत : अमोल शिरसाट |
अमोल शिरसाट |
गझल |
अंदाज : डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
गझल |
कसे सांगायचे |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
... स्मरण असावे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
ग झ ल : ७ (अ) : दुरूस्त आणी पुनः संपादित : मला तो का वियोगाची व्यथा देतो ? |
खलिश |
गझल |
तुझ्याविना हे शहर तुझे |
वैभव जोशी |
गझल |
योग नाही! |
क्रान्ति |