गझल |
तुझ्या हस्याने मझ घायाळ केले......... |
गौतम.रा.खंडागळे |
शनि, 09/05/2009 - 03:31 |
गझल |
फार आता फार झाले |
जयन्ता५२ |
शनि, 09/05/2009 - 00:04 |
गझल |
वनवास : डॉ.श्रीकृष्ण राऊत |
डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
गुरु, 07/05/2009 - 20:27 |
गझल |
आताशा तो जरा निराळे वागत असतो |
सोनाली जोशी |
गुरु, 07/05/2009 - 02:19 |
गझल |
कोण आहे तुझा मी? |
ज्ञानेश. |
बुध, 06/05/2009 - 13:21 |
गझल |
बोलका |
अजय अनंत जोशी |
बुध, 06/05/2009 - 12:22 |
गझल |
वेडा |
व्योम |
बुध, 06/05/2009 - 09:10 |
गझल |
सोडू नको |
मिल्या |
मंगळ, 05/05/2009 - 18:53 |
गझल |
ती संपली कहाणी |
जयन्ता५२ |
मंगळ, 05/05/2009 - 01:45 |
गझल |
हे शहर माझी व्यथा सांभाळते |
प्रसन्न शेंबेकर |
शनि, 02/05/2009 - 10:58 |
गझल |
ओळख |
मधुघट |
गुरु, 30/04/2009 - 18:37 |
गझल |
परीक्षा |
आनंदयात्री |
मंगळ, 28/04/2009 - 14:43 |
गझल |
पावसाळा |
रवि केसकर |
शनि, 25/04/2009 - 20:35 |
गझल |
काय करावे आता? |
आरती सुदाम कदम |
शनि, 25/04/2009 - 11:02 |
गझल |
सल कशाचा आत कोठे खोल आहे |
प्रसन्न शेंबेकर |
शुक्र, 24/04/2009 - 14:21 |
गझल |
छळतो अजूनही का |
जयश्री अंबासकर |
बुध, 22/04/2009 - 15:18 |
गझल |
शब्दाना अडवीत गेले. |
नीता |
बुध, 22/04/2009 - 13:58 |
गझल |
थाबं ! |
श्रीकान्त |
सोम, 20/04/2009 - 17:17 |
गझल |
काजळ |
श्रीकान्त |
सोम, 20/04/2009 - 15:43 |
गझल |
भस्म |
ऋत्विक फाटक |
रवि, 19/04/2009 - 22:31 |
गझल |
सौदा |
शांडिल्य |
शनि, 18/04/2009 - 15:21 |
गझललेख |
मराठी गझलचे 'तंत्र’-काही प्रश्न. |
सदानंद डबीर |
शनि, 18/04/2009 - 11:51 |
गझल |
मनात येता विचार त्याचा उदास होते हसले तरी |
सोनाली जोशी |
शुक्र, 17/04/2009 - 00:10 |
गझल |
तटांसारखे.. |
मानस६ |
गुरु, 16/04/2009 - 07:33 |
गझल |
कितीदा |
कौतुक शिरोडकर |
बुध, 15/04/2009 - 15:28 |