गझल |
बदनाम.. |
शाम |
गझल |
डोळ्यात अडकली स्वप्ने.. |
बहर |
गझल |
आराम पहिल्या सारखा |
निशिकांत दे |
गझल |
चिडता का हो ? |
निशिकांत दे |
गझल |
मावळाया लागलो |
निशिकांत दे |
गझल |
अधनंमधनं आनंदाची कडमड आहे |
विजय दि. पाटील |
गझल |
तुझा दोष नाही !!! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
जरी वाटेल माझे बोलणे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
पांढरा किडा |
गंगाधर मुटे |
गझल |
सोयरा |
क्रान्ति |
गझल |
इथे माझा ॠतू आहे इथे राहू नका कोणी... |
मयुरेश साने |
गझल |
छंद.... |
supriya.jadhav7 |
गझल |
मी जिथे नाही अशी जागाच नाही |
बेफिकीर |
गझल |
कुणाशी बोलता आहात याची कल्पना आहे? |
बेफिकीर |
गझल |
अचाट तारे तोडत होता |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
पाऊल वळले... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
आरंभ... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
''जमले'' |
कैलास |
गझल |
कुंडलीने घात केला |
गंगाधर मुटे |
गझल |
एकदा तरी |
मिल्या |
गझल |
मरण्यात अर्थ नाही |
गंगाधर मुटे |
गझल |
लगान एकदा तरी..... (हझल?) |
गंगाधर मुटे |
गझल |
हो गझल गैरमुसलसल आता.. |
बेफिकीर |
गझल |
''वादात या कुणीही सहसा पडू नये '' |
कैलास |
गझल |
लाथाडती सारे मला |
अनिल रत्नाकर |