नवे लेखन
| प्रकार | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद |
|---|---|---|---|
| पृष्ठ | दोन श्वासात | अजय अनंत जोशी | 1 |
| पृष्ठ | मी.. माझ्यातला... | मधुघट | 1 |
| पृष्ठ | निश्चय | अजय अनंत जोशी | 1 |
| गझल | ताजमहल | अभिषेक उदावंत | 3 |
| गझल | अज्ञातवास | प्रदीप कुलकर्णी | 5 |
| गझल | तुझ्यामुळे... | मधुघट | 3 |
| गझल | शब्द ठेचाळतो... | प्रदीप कुलकर्णी | 5 |
| गझल | आपण दोघे | रुपेश देशमुख | 10 |
| गझल | "खेळी" | निलेश | |
| गझल | मी फुलांची रास झालो | मानस६ | 1 |
| गझल | हे शहरच आता दिसते... | मधुघट | 1 |
| गझल | जगणे म्हणजे अवघड चळवळ | श्रीकांत वाघ | |
| गझल | एकपात्री | दशरथ दोरके | 2 |
| पृष्ठ | घेउ तो श्याम आज सांगाती | निलेश सकपाळ | 1 |
| पृष्ठ | पण आज अचानक कळले... | मधुघट | 1 |
| गझल | अंतरास जाळते व्यथा | स्नेहदर्शन | 3 |
| गझल | तरी हात हाती हवासा तुझा... | अमित वाघ | 8 |
| गझल | परिस्थितीच्या उन्हात... | जनार्दन केशव म्... | 3 |
| गझल | मारवाही शेवटी... | जनार्दन केशव म्... | 6 |
| गझलचर्चा | वेचक छंदविचार | विश्वस्त | 1 |
| गझल | नवा चंद्र | शिवाजी जवरे | 8 |
| पृष्ठ | स्पर्श चांदण्याचे | विश्वस्त | |
| गझल | शोधताना मी सुखाला... | राजगुडे | 5 |
| पृष्ठ | एकच प्रश्न.... | वहाटूळ | |
| गझल | काटाकाटी श्वासांचीही.. | संतोष कुलकर्णी | 4 |