नवे लेखन
प्रकार | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद |
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गझललेख | गझल : एक विवेकशक्ती | विश्वस्त | |
गझल | स्वप्नं मोहरणार... | जनार्दन केशव म्... | 10 |
गझल | स्वप्न एखादे जणू... | मिल्या | 17 |
गझल | सांग ना | मनीषा साधू | 6 |
गझल | मनास केले असे मोकळे | सोनाली जोशी | 5 |
गझल | ...मी नवा-निराळा आशय ! | प्रदीप कुलकर्णी | 15 |
गझल | विदूषक | प्रसाद लिमये | 7 |
गझल | कुठेच आता सवाल नाही | संतोष बडगुजर | 1 |
गझल | असेच हल्ली मनास होते... | ज्ञानेश. | 14 |
गझल | असा श्वासांत येतो प्रास | वैभव जोशी | 14 |
गझल | जिंदगी | मिल्या | 13 |
गझल | मी बोचलो म्हणाले | सोनाली जोशी | 11 |
गझल | जमले नाही.... | रुपेश देशमुख | 6 |
गझल | सोबतीचा आव आहे | जयन्ता५२ | 8 |
गझल | श्वासात ताल आहे | भूषण कटककर | 5 |
गझल | कुठे? | भूषण कटककर | 7 |
गझल | ...वेड पांघरावे मी ! | प्रदीप कुलकर्णी | 13 |
गझल | भणंग ४ | चमत्कारी | 3 |
गझल | प्रश्न... | नचिकेत | 14 |
गझल | १२.५५ ए एम - ११.०२.०९ ट्रान्स! | भूषण कटककर | 8 |
गझल | ...पाहिले | मधुघट | 3 |
गझल | येतात सोबती हे.. | मधुघट | 6 |
गझल | गुलाबपाणी | गौतमी | 8 |
गझल | वराकडील मानपान | भूषण कटककर | 4 |
पृष्ठ | शेवटी महत्वाचे | निनावी (not verified) | 9 |