गझल |
तसा कुणाला... |
अजब |
गझल |
असे पाण्यामुळे गंगा |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
फीतूर .... |
कविता मोकाशी |
गझल |
तळ |
मिलिन्द हिवराले |
गझल |
कधीकाळी तुझ्यासाठी |
आनंदयात्री |
गझल |
ठराव नक्की मिळेल अंतर |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
व्यर्थ |
आभाळ |
गझल |
सवे या.. |
केदार पाटणकर |
गझल |
पेटले सोयी प्रमाणे आणि नंतर गार झाले... |
कैलास गांधी |
गझल |
फारसा वाटेत नाही आमचा वाडा |
बेफिकीर |
गझल |
एक वेडी वेदनेची जात आहे. |
मानस६ |
गझल |
वेडा |
व्योम |
गझल |
हे खेळ संचिताचे .....! |
गंगाधर मुटे |
गझल |
किती स्तब्धता ही प्रवाही अताशा |
भूषण कटककर |
गझल |
एकदा शून्यास माझ्या तू वजा कर... |
जयदीप |
गझल |
'ळ' ची जुळवाजुळव |
भूषण कटककर |
गझल |
वाटले बरे किती! |
चित्तरंजन भट |
गझल |
एवढे फिरून.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
.....न ऐकायचे |
प्रमोद बेजकर |
गझल |
श्रीरंगा (विट्टला).. |
गौतम.रा.खंडागळे |
गझल |
ऊठ तू आता तरी |
निशिकांत दे |
गझल |
जुने, विसरून गेलेले... |
ज्ञानेश. |
गझल |
पौर्णिमा |
चक्रपाणि |
गझल |
अजूनही |
क्रान्ति |
गझल |
उपाशी |
कैलास |