गझल |
खूप झाले, हे व्यथांना रोजचे.... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
हातघाई |
गणेश धामोडकर |
गझल |
काळ |
जयन्ता५२ |
गझल |
गप्प ३. |
तिलकधारीकाका |
गझल |
छल्ला |
बेफिकीर |
गझल |
...आहेस कुठे तू ? |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
ही घडी दे !!! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
प्रेम बर्फासारखे... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
कोण जाणे |
भूषण कटककर |
गझल |
...म्हणाले !! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
शायरी का न यावी |
भूषण कटककर |
गझल |
मी मोरपीस व्हावे - |
विदेश |
गझल |
आज अचानक तुझी आठवण का यावी |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
अजरामर.... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
पारखी |
क्रान्ति |
गझल |
वाटे पुन्हा पुन्हा.. |
बहर |
गझल |
तुझ्यामुळे... |
मधुघट |
गझल |
नको तसे घडण्यावरती ह्यासाठी मन जडले होते |
बेफिकीर |
गझल |
संपत नाही |
केदार पाटणकर |
गझल |
मी तुला अन तू मला मिरवायला हवे |
मिल्या |
गझल |
...ते तसे नव्हतेच, पण... |
शैलेश कुलकर्णी |
गझल |
किनारा.... |
अमित वाघ |
गझल |
जाच |
मधुघट |
गझल |
काय झाले जरी गेला तडा |
जयन्ता५२ |
गझल |
शोधताना मी सुखाला... |
राजगुडे |