गझल |
शुन्य शुन्यातुन वजा |
भूषण कटककर |
गझल |
तू ..... |
supriya.jadhav7 |
गझल |
..अभंग |
ज्ञानेश. |
गझल |
ते सिंह गर्जनेला कोल्हे कुई म्हणाले................... |
मयुरेश साने |
गझल |
असा मी असामी |
भूषण कटककर |
गझललेख |
माझ्या काळाचा अनुवाद |
विश्वस्त |
गझल |
सुरकुत्या |
पुलस्ति |
पृष्ठ |
...स्वप्न सूर्याचे ! |
विश्वस्त |
गझल |
''वादात या कुणीही सहसा पडू नये '' |
कैलास |
गझल |
मिळो |
बापू दासरी |
गझल |
चूक........ अमित वाघ. |
अमित वाघ |
गझल |
हिशेबाची माय मेली? |
गंगाधर मुटे |
गझल |
जन्म देवा... |
अमित वाघ |
गझल |
चक्रव्यूह |
भूषण कटककर |
गझल |
खूप बोलू लागला अंधार नंतर |
चित्तरंजन भट |
गझल |
एकदा येऊन जा तू... एकदा येऊन जा |
बेफिकीर |
गझल |
बोलका |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
चालणे टाळायचे का? |
स्वामीजी |
गझल |
थांग मनाचा कधी गवसला |
चित्तरंजन भट |
गझल |
इथे कुणाला संग हवा? |
योगेश वैद्य |
गझल |
खुल्या मनाने |
केदार पाटणकर |
गझलचर्चा |
गझल अणि गझलियत |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
मिठीत तोच गोडवा |
भूषण कटककर |
गझल |
रात्र आधी मोजतो |
जयन्ता५२ |
गझल |
बिलगून रात्र गेली. |
चांदणी लाड. |