गझल |
तू दिलेल्या वेदना |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
नवरे |
भूषण कटककर |
गझल |
अबोली !!! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
डोळ्यात अडकली स्वप्ने.. |
बहर |
गझल |
आश्चर्य काय ती ही आनंदली असावी |
मिल्या |
गझल |
मुद्दाम भुलवणारे |
जयन्ता५२ |
गझल |
खिन्न शेते... |
अनंत ढवळे |
गझलचर्चा |
काफियाचा प्रश्न |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
पालखी |
चक्रपाणि |
गझल |
किनारा गाठण्यासाठी |
बेफिकीर |
गझल |
ह्या मनाचे, दुश्मनाचे काय करावे ?.... |
खलिश |
गझल |
...घट एकांतात झरावा ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
अभ्यास |
आभाळ |
गझल |
जरी वाटेल माझे बोलणे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
जन्मभर तुडवीन मी ... |
वैभव देशमुख |
गझल |
ते पाखरू दिवाणे |
जयन्ता५२ |
गझल |
मी बोचलो म्हणाले |
सोनाली जोशी |
गझल |
करा साजरे वनवास काही .... |
गिरीश कुलकर्णी |
गझल |
प्रकाश स्वप्ने.. |
बहर |
गझल |
हे तेच ते दिनरात.. |
केदार पाटणकर |
गझल |
पुन्हा केव्हातरी बोलू... |
रुपेश देशमुख |
गझल |
मनाला |
क्रान्ति |
गझल |
रित |
कैलास |
गझल |
रात्री जे घडले त्याची दिवसाला वार्ता नसते |
प्रणव सदाशिव काळे |
गझल |
किती सुखाचे असेल |
क्रान्ति |