गझल |
रात्री जे घडले त्याची दिवसाला वार्ता नसते |
प्रणव सदाशिव काळे |
गझल |
वादळ ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
शब्द होते, तरी.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
मॄत्यू अर्धविरामावस्था |
अनंत ढवळे |
गझल |
ठराव नक्की मिळेल अंतर |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
उत्तर |
अमोल शिरसाट |
गझल |
जाहिरात - अभिषेक उदावंत |
अभिषेक उदावंत |
गझल |
कल्लोळ |
मिल्या |
गझल |
भेट चोरटी... |
ज्ञानेश. |
गझल |
गझल |
अनंत ढवळे |
गझल |
...पुढे मी गेलो ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
काळजी |
आनंदयात्री |
गझल |
...पण सुरूच आहे रहदारी ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
मंजूर नाही |
क्रान्ति |
गझल |
गंधीत रात आहे |
बेफिकीर |
गझल |
मुंबई - इलाही जमादार |
मीर क्षीरसागर |
गझल |
आजही स्मरणात सारे |
जगदिश |
पृष्ठ |
मला वाचवा: घनःश्याम धेंडे |
निनावी (not verified) |
गझल |
मरण्यात अर्थ नाही |
गंगाधर मुटे |
गझल |
हे शहर माझी व्यथा सांभाळते |
प्रसन्न शेंबेकर |
गझल |
समिकरणे |
क्रान्ति |
गझल |
...जन्म चकव्यासारखा ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
बांधुन मी... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
आसवे आता न केवळ गाळती माझे नयन |
कैलास |
गझल |
माझ्या कुशीत... |
प्रदीप कुलकर्णी |