गझल |
बोलका |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
इरेला पेटला आहे पिसारा |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
हेच असे असते जगणे... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
चालला शब्दांतुनी... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
...देव आहे अंतरी |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
पुढारी |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
मागचे जाती पुढे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
आभास |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
पाऊल वळले... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
राहिले न आजकाल वाचण्यासारखे... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
मी खरे बोललो तेव्हा |
अजब |
गझल |
नशीब माझे... |
अजब |
गझल |
वार कुणावर... |
अजब |
गझल |
'गालिब'च्या गजलेचा भावानुवाद |
अजब |
गझल |
गर्दी... |
अजब |
गझल |
स्वप्नांच्या दुनियेत ... |
अजब |
गझल |
भान माझे... (अजब) |
अजब |
पृष्ठ |
बशीर बद्रच्या शेरांचा भावानुवाद |
अजब |
गझल |
कुठे म्हणालो?... (अजब) |
अजब |
गझल |
तसा कुणाला... |
अजब |
गझल |
जगणे असते... (अजब) |
अजब |
गझल |
भेट एकदा |
अगस्ती |
गझल |
हात तुझा हातात |
अगस्ती |
गझल |
सफल |
अगस्ती |
गझल |
आल्या सजून राती.... |
supriya.jadhav7 |