गझल |
ध्वस्त |
मधुघट |
गझल |
अजूनही |
क्रान्ति |
गझल |
उपाशी |
कैलास |
गझल |
असोशी.... |
अमित वाघ |
गझल |
असेच हल्ली मनास होते... |
ज्ञानेश. |
गझल |
माती |
मिल्या |
गझल |
परिस्थितीच्या उन्हात... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
पडल्यापडल्या जागोजागी उसवत आहे |
विजय दि. पाटील |
गझल |
सौदा |
शांडिल्य |
गझल |
शब्द होते, तरी.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
एकदा आहे तुला भेटायचे |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
हमी |
आनंदयात्री |
गझल |
मुंबई - इलाही जमादार |
मीर क्षीरसागर |
गझल |
मॄत्यू अर्धविरामावस्था |
अनंत ढवळे |
गझल |
भान माझे... (अजब) |
अजब |
गझल |
अजूनही |
आनंदयात्री |
गझल |
विदूषक |
प्रसाद लिमये |
गझल |
हुंदका उरातच गोठवायचा आहे |
वैभव वसंतराव कु... |
गझल |
कुठे तरी काही तरी जळत होते ..... |
खलिश |
गझल |
वेढुनी आवेग माझा रोज गाभुळतेस तू |
बेफिकीर |
गझल |
पोहरा |
नचिकेत |
गझल |
मैत्री |
प्रसाद कुलकर्णी |
गझल |
शब्द बेहोश कर.. |
सुशांत खुरसाले. |
गझल |
अभंग १ |
विश्वस्त |
गझल |
आता जरा मी लबाड झालो |
कैलास गांधी |