गझल |
नवा चंद्र |
शिवाजी जवरे |
गझल |
मुद्दाम भुलवणारे |
जयन्ता५२ |
गझल |
पहारे |
जयन्ता५२ |
गझल |
पीळ |
विसुनाना |
गझल |
पाहुनी तुला |
केदार पाटणकर |
गझल |
मी एकटीच येथे!!!(गझल). |
supriya.jadhav7 |
गझल |
नेहमीचेच सारे |
प्रसाद लिमये |
गझल |
आनंदाने |
चित्तरंजन भट |
गझल |
मी शशीची कोर व्हावे |
भूषण कटककर |
गझल |
नको तसे घडण्यावरती ह्यासाठी मन जडले होते |
बेफिकीर |
गझल |
आसवे..... |
supriya.jadhav7 |
गझल |
ही गझल आणि एक सांगाडा |
भूषण कटककर |
गझल |
----पुन्हा का---- |
नेहा |
गझल |
पुढे सरू की जाऊ मागे... |
वैभव देशमुख |
गझल |
मदार... ( गझल ) |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
. . . जशी तू |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
अंदाज : डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
गझल |
धमन्यांत वाहते रक्त.. |
बहर |
गझल |
कसा मी करावा खुलासा मनाचा... |
विद्यानंद हाडके |
गझल |
... किती लाचार व्हावे ? |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
ग झ ल : ७ (अ) : दुरूस्त आणी पुनः संपादित : मला तो का वियोगाची व्यथा देतो ? |
खलिश |
गझल |
माझी आई |
ह बा |
गझल |
वराकडील मानपान |
भूषण कटककर |
गझल |
प्रवास |
पुलस्ति |
गझल |
झेलू |
अनिल रत्नाकर |