गझल |
स्वप्न आता पापणीला छळत नाही |
प्रमोद बेजकर |
गझल |
अढी कपाळावरील जेव्हा मनात गेली.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
शहर झाले चांदण्याचे |
चित्तरंजन भट |
गझल |
डोळे |
मयूर |
गझल |
अस्तित्व दान केले |
गंगाधर मुटे |
गझल |
वर्षे झाली |
योगेश वैद्य |
गझल |
दळण |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
तारा असण्याचा भरला सारा सारा मी |
बेफिकीर |
गझल |
एक उदासी खोलीभर.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
रेशमी |
भूषण कटककर |
गझल |
माकडे ही |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
नास्तिक...! |
काव्यरसिक |
गझल |
ये तुला मी भेटतो... |
भूषण कटककर |
गझल |
मोगरा |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
उत्तर |
अमोल शिरसाट |
गझल |
न्यास |
क्रान्ति |
गझल |
स्त्री समीप येते ... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
छानपैकी जगून गेलो मी..... |
बेफिकीर |
गझल |
भणंग ४ |
चमत्कारी |
गझल |
सुतक |
आभाळ |
गझल |
काय सुनसान पोकळी आहे |
बेफिकीर |
गझल |
तुझा दोष नाही |
मी अभिजीत |
गझल |
शब्द |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
नको ... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
वारसा |
क्रान्ति |