गझल |
निखारे |
योगेश्वर रच्चा |
गझल |
...जाऊ दे मला ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
लटकून जन्म गेला |
भूषण कटककर |
गझल |
ती नदी गेली कुठे... |
वैभव देशमुख |
गझल |
"दारू" |
कैलास |
गझल |
ना ठावुक तुजला... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
सौदा |
शांडिल्य |
गझल |
ठेच |
योगेश वैद्य |
गझल |
सरहदी का शोधती मग झुंजण्याची कारणे? (तरही) |
supriya.jadhav7 |
गझल |
वामवेद |
विसुनाना |
गझल |
जगण्याला काय हवे..? |
मानस६ |
गझल |
फीतूर .... |
कविता मोकाशी |
गझल |
राहिले न आजकाल वाचण्यासारखे... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
आपले नाते |
बेफिकीर |
गझल |
आकांत |
क्रान्ति |
गझल |
कधीकाळी तुझ्यासाठी |
आनंदयात्री |
गझल |
वखवखे मला |
भूषण कटककर |
गझल |
ह्या मनाचे, दुश्मनाचे काय करावे ?.... |
खलिश |
गझल |
ह्या कशा उबदार ओळी... |
वैभव जोशी |
गझल |
...जन्म चकव्यासारखा ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
कुपी |
आनंदयात्री |
गझल |
...घट एकांतात झरावा ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
कवडसा |
बापू दासरी |
गझल |
आता |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
तुझे स्वच्छ हासू झळाळी उन्हाची... |
वैभव देशमुख |