गझल |
शोधायचा कशाला? |
स्वामीजी |
गझल |
ओलावा |
rupali joshi |
गझल |
तुझ्या आठवांना उजाळाच देतो... |
बहर |
गझल |
वेगासवे मनाच्या, मी धावणार आहे |
प्रज्ञा महाजन |
गझल |
विचारू नका रे |
भूषण कटककर |
गझल |
"दारू" |
कैलास |
गझल |
जीवना माझ्या बरोबर चालतांना |
स्नेहदर्शन |
गझल |
पेटत्या वातीच माळू |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
खेळ |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
मी मोकळा |
अलखनिरंजन |
गझल |
गझल - वाटते आहे |
अनंत ढवळे |
गझल |
मागे जयजयकार चालला आहे |
बाळ पाटील |
गझल |
कसा कसा वाढला कळू दे ,माझा तुझा दुरावा... |
सोनाली जोशी |
गझल |
जात आहे मार्ग टाळूनी तुला |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
लिहायचे ते लिहून टाकू |
बेफिकीर |
गझल |
कळेना |
पुलस्ति |
गझल |
''वादात या कुणीही सहसा पडू नये '' |
कैलास |
गझल |
मोजके |
कौतुक शिरोडकर |
गझल |
सध्या! |
मधुघट |
गझल |
हवे हवे ते घडतच नाही, घडू नये ते घडून गेले |
मयुरेश साने |
गझल |
तू दिलेली सोडचिट्ठी... |
ज्ञानेश. |
गझल |
अंतरे राखूनही ... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
गझल |
मिल्या |
गझल |
भेटाया आल्या गझला, त्याच्या नंतर. |
ह बा |
गझल |
निघाल्या गवळणी पाण्याला.... |
निलेश |