गझल |
कविता म्हणू प्रियेला.. |
गंगाधर मुटे |
गझल |
कविता जुळून आली.. |
बहर |
गझल |
कविता |
पुलस्ति |
गझल |
कवडसे |
मधुघट |
गझल |
कवडसा |
बापू दासरी |
गझल |
कळेल का कुणा ॠणानुबंध... |
दीपा |
गझल |
कळेना |
पुलस्ति |
गझल |
कळा लागल्या |
क्रान्ति |
गझल |
कळले मलाच नाही |
अवधुत |
गझल |
कळले नाही |
क्रान्ति |
गझल |
कळता कळता... |
ज्ञानेश. |
गझल |
कल्लोळ |
मिल्या |
पृष्ठ |
कर्नाटकी सत्तासोस |
अविनाश ओगले |
गझल |
कर्जमाफीच्या आमिशावर अशी माजली शेते |
कैलास गांधी |
गझल |
कर्ज |
क्रान्ति |
गझल |
करून झाले |
क्रान्ति |
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करारनामे-२ |
केशवसुमार |
गझल |
करारनामे |
ॐकार |
गझल |
करार |
क्रान्ति |
गझल |
करा साजरे वनवास काही .... |
गिरीश कुलकर्णी |
गझल |
करणार आहे |
आदित्य_देवधर |
गझल |
कर प्रीये हॄदयाचे हाल पुन्हा एकदा |
योगेश मेहरे |
गझल |
कमाई.... |
अभिषेक उदावंत |
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कमळाबाई |
शिवाजी जवरे |
गझल |
कमळ नव्हे पण गुलाब तू तर - सुनेत्रा सुभाष |
सुनेत्रा सुभाष |