गझल |
...घट एकांतात झरावा ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
जाहिरात - अभिषेक उदावंत |
अभिषेक उदावंत |
गझल |
ते पाखरू दिवाणे |
जयन्ता५२ |
गझल |
करा साजरे वनवास काही .... |
गिरीश कुलकर्णी |
गझल |
खिन्न शेते... |
अनंत ढवळे |
गझल |
हे तेच ते दिनरात.. |
केदार पाटणकर |
गझल |
मरण्यात अर्थ नाही |
गंगाधर मुटे |
गझल |
मी बोचलो म्हणाले |
सोनाली जोशी |
गझल |
समिकरणे |
क्रान्ति |
गझल |
रात्री जे घडले त्याची दिवसाला वार्ता नसते |
प्रणव सदाशिव काळे |
गझल |
आसवे आता न केवळ गाळती माझे नयन |
कैलास |
गझल |
तुझे स्वच्छ हासू झळाळी उन्हाची... |
वैभव देशमुख |
गझल |
दु:ख सुद्धा माणसे पाहून येते |
मिल्या |
गझल |
मनाला |
क्रान्ति |
गझल |
रित |
कैलास |
गझल |
...पुढे मी गेलो ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
कधी स्वतःच्या ... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
हाक |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
खुळा साज आहे.. |
बहर |
गझल |
सीमेवरती... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
अबोली !!! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
डोळ्यात अडकली स्वप्ने.. |
बहर |
गझल |
वादळ ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
स्वप्नं मोहरणार... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
...सारेच विसरू दे मला ! |
प्रदीप कुलकर्णी |