गझल |
थांबणे सोसेल तोवर लागते चालायला... |
विशाल कुलकर्णी |
गझल |
काय देईल गारवा रस्ता |
बेफिकीर |
पृष्ठ |
पारिजात |
म्रुत्युन्जय |
गझल |
लढाई |
अभिषेक उदावंत |
गझल |
नवी गझल |
विजय दि. पाटील |
गझल |
... वंशातल्यांचे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
प्रेतयात्रा |
भूषण कटककर |
गझल |
हळू हळू 'बेफिकीर' होण्यातली मजाही बरीच आहे |
बेफिकीर |
गझल |
भलतीच मर्यादीत ह्यांची झेप आहे |
बेफिकीर |
गझल |
............. अजून काही |
विशाल कुलकर्णी |
गझल |
चालणे टाळायचे का? |
स्वामीजी |
गझल |
चेहरा दे कोणताही बाटतो का आरसा ? ........... |
मयुरेश साने |
गझल |
भांडेल कोण आता? |
विजय दि. पाटील |
पृष्ठ |
शक्य नाही |
भूषण कटककर |
गझल |
वाहते चुपचाप आहे खोल पाणी |
चित्तरंजन भट |
गझल |
नकार आहे |
क्रान्ति |
गझल |
मनाच्या अडगळीमधले बिलोरी आरसे शोधू |
जयदीप |
गझल |
..अभंग |
ज्ञानेश. |
गझल |
ते सिंह गर्जनेला कोल्हे कुई म्हणाले................... |
मयुरेश साने |
गझल |
असा मी असामी |
भूषण कटककर |
गझल |
शुन्य शुन्यातुन वजा |
भूषण कटककर |
गझल |
तू ..... |
supriya.jadhav7 |
गझल |
अस्पर्श स्वप्ने |
प्रसाद लिमये |
गझल |
मिळो |
बापू दासरी |
गझल |
आज फुलांची भाषा..... |
मानस६ |