गझल |
गझल |
अनंत ढवळे |
गझल |
श्रीमंत प्रेयसी |
भूषण कटककर |
गझल |
भग्न : मधुघट |
मधुघट |
गझल |
कणसूर |
विसुनाना |
गझल |
जगणे असते... (अजब) |
अजब |
गझल |
गुपित |
पुलस्ति |
गझल |
आजच्या आज |
विजय दि. पाटील |
गझल |
जाग |
काव्यरसिक |
गझल |
कंटाळा यावा इतका उत्साह कुणाला आहे? |
बेफिकीर |
गझल |
येथे... |
जयन्ता५२ |
गझल |
बाकी तसा कैदेत काही त्रास नसतो 'बेफिकिर' |
बेफिकीर |
गझल |
वाकडे |
भूषण कटककर |
गझल |
काय आहे तुझ्याकडे माझे |
बेफिकीर |
गझल |
तू दिलेल्या वेदना |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
भिकार सावकार |
बेफिकीर |
गझल |
इथे प्रत्येक जण धुंदीत आहे |
चित्तरंजन भट |
गझल |
नवरे |
भूषण कटककर |
गझल |
रस्ता भरलेला असतो अन गर्दी साचत असते |
सोनाली जोशी |
गझल |
अबोली !!! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
'गालिब'च्या गजलेचा भावानुवाद |
अजब |
गझल |
आभास |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
झालास 'बेफिकिर' तू काहीतरीच आता |
भूषण कटककर |
गझल |
डोळ्यात अडकली स्वप्ने.. |
बहर |
गझल |
तरी हात हाती हवासा तुझा... |
अमित वाघ |
गझल |
मराठी साहित्य क्षेत्र? |
भूषण कटककर |