गझल |
देत जा... |
कमलाकर देसले |
गझल |
फुलांनी काय हो केले ? |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
सगळ मान्य |
अतुल कुलकर्णी |
गझल |
नकार आहे |
क्रान्ति |
गझल |
काळज्या |
भूषण कटककर |
गझल |
आयुष्य खूप गेले, |
जयन्ता५२ |
गझल |
अंगार चित्तवेधी |
गंगाधर मुटे |
गझल |
ध्यास मला (काही शेर...) |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
कशाला फुलांनी |
सोनाली जोशी |
गझल |
... या नभी अंधारवेना |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
राख..! |
मी अभिजीत |
गझल |
नदीला सागराची ओढ असली तर असू द्या ना |
मिल्या |
गझल |
काही दशके त्याचे.... पाल्हाळ कशासाठी |
भूषण कटककर |
गझल |
फुटत राहिल्या आयुष्याच्या बिलोर काचा....... |
अनंत ढवळे |
गझल |
मधाळ हाय-बायचे काय करावे... |
गिरीश कुलकर्णी |
गझल |
आवे |
बापू दासरी |
गझल |
श्वासात ताल आहे |
भूषण कटककर |
गझल |
ऋतू कोणता |
दिलीप पांढरपट्टे |
गझल |
गरीबाला कुठे सांगा कुणाला टाळणे येते? |
ह बा |
गझल |
असे झाले तसे झाले.... |
मयुरेश साने |
गझल |
कितीदा |
कौतुक शिरोडकर |
गझल |
अनेक वर्षे जमीन उजाड पडून आहे |
सोनाली जोशी |
गझल |
मी झाडांसम फुलणारा |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
जीवन विनोद आहे |
भूषण कटककर |
गझल |
बोलणे माझे ... |
अजय अनंत जोशी |