गझल |
...घट एकांतात झरावा ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
हा स्वत्वाचा तपास मानू आता |
बेफिकीर |
गझल |
बोलण्याने बोलणे वाढेल आता |
चित्तरंजन भट |
गझल |
रस्ता भरलेला असतो अन गर्दी साचत असते |
सोनाली जोशी |
गझल |
किती दिवस मी रदीफ व्हावे |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
ओळख |
योगेश वैद्य |
गझल |
कशाला ? |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
आईच्या पोटात कधी हा भेद कुणी का शिकले? |
विजय दि. पाटील |
गझल |
उपकार |
प्रल्हाद देशपान्डे |
गझल |
साधवी... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
असे बाहेर डोकावू नका आतील दु:खांनो.... |
बेफिकीर |
गझल |
सवे या.. |
केदार पाटणकर |
गझल |
हुंदका उरातच गोठवायचा आहे |
वैभव वसंतराव कु... |
गझल |
वाटते बोलायचे राहून गेले |
कैलास |
गझल |
थांबणे सोसेल तोवर लागते चालायला... |
विशाल कुलकर्णी |
गझल |
वेडा |
व्योम |
गझल |
आपले नाते |
बेफिकीर |
गझल |
मैफल |
क्रान्ति |
गझल |
... भांडू नकोस राणी |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
कसे मानू तुला माझा... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
ठराव नक्की मिळेल अंतर |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
विसावा |
जगदिश |
गझल |
जगणे म्हणजे अवघड चळवळ |
श्रीकांत वाघ |
गझल |
का सूर नवा हा छेडत जाते भासांची वीणा ? |
सोनाली जोशी |
गझल |
पिणे सोडले मी…. |
अरविन्द पोहरकर |