गझल |
माझ्या मनात थोडे... |
केदार पाटणकर |
गझल |
कधीतरी चांदण्यात दोघे.... |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
नशेत होतो मी ! |
मानस६ |
गझल |
ती नदी गेली कुठे... |
वैभव देशमुख |
गझल |
हवा |
वैभव देशमुख |
गझल |
मी अहल्येसारखी... ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
बस जराशा मी पणाने.... |
अमित वाघ |
गझल |
माणसे |
बापू दासरी |
गझल |
धागे |
क्रान्ति |
गझल |
मनात काही |
जयन्ता५२ |
गझल |
अलिप्त |
क्रान्ति |
गझलचर्चा |
महिला गझलकारांची संख्या |
केदार पाटणकर |
गझल |
...लाभले |
अनिल रत्नाकर |
गझललेख |
चांदण्याची तोरणे(पुस्तक परिचय) |
केदार पाटणकर |
गझल |
छान रमल्यासारखे |
बेफिकीर |
गझल |
यातना........ |
अमित वाघ |
गझल |
सुटे, मोकळे होण्यामध्ये हात जरा गुरफटले होते |
कैलास गांधी |
गझल |
मी एकटाच येथे माझ्या जगात आहे |
मी अभिजीत |
गझल |
ही तुझी माझीच आहे गोष्ट पण |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
भीती |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
मनात येता विचार त्याचा उदास होते हसले तरी |
सोनाली जोशी |
गझल |
रांगले होते |
अनिल रत्नाकर |
गझललेख |
रंजकी जब... |
केदार पाटणकर |
गझल |
माझा खून |
भूषण कटककर |
गझल |
गलितगात्र |
कैलास |