गझल |
माझी आई |
ह बा |
गझल |
प्रेम बहुधा |
बेफिकीर |
गझल |
आहे उसंत कोठे |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
ब्लॅक होल |
अलखनिरंजन |
गझल |
आपण दोघे |
रुपेश देशमुख |
गझल |
तुझे आच्छादलेले जग मला सांगून जाते |
बेफिकीर |
गझल |
स्वप्नं मोहरणार... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
मंतरलेल्या सायंकाळी |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
योग नाही! |
क्रान्ति |
गझल |
'ळ' ची जुळवाजुळव |
भूषण कटककर |
गझल |
गझल |
मिलिंद फणसे |
गझल |
एक वेडी वेदनेची जात आहे. |
मानस६ |
गझल |
टोचले होते.. |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
..प्राण नाही |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
व्यर्थ |
आभाळ |
गझल |
ही सरिता रुसली आज किनाऱ्यावरती... |
मानस६ |
गझल |
म्हणालो त्यातले काहीच मी करणार नाही |
विजय दि. पाटील |
गझल |
केवढी आग लागली होती |
अनंत ढवळे |
गझल |
होकार |
आनंदयात्री |
गझल |
घट अमृताचा |
गंगाधर मुटे |
गझल |
मला येत नाही |
भूषण कटककर |
गझल |
तारा असण्याचा भरला सारा सारा मी |
बेफिकीर |
गझल |
मागचे जाती पुढे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
कशाला फुलांनी |
सोनाली जोशी |
गझल |
काही दशके त्याचे.... पाल्हाळ कशासाठी |
भूषण कटककर |