गझल |
मनात माझ्या कुठून येते बरेच काही? |
विजय दि. पाटील |
गझल |
गरजत आहे, बरसत नाही |
ज्ञानेश. |
गझल |
अनोळखी होऊन जगावे.... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
स्वप्न एखादे जणू... |
मिल्या |
गझल |
मी कुठे शोधू अता ती ओळखीची माणसे |
शाम |
गझल |
तुला बोलावतो सागर तुला बोलावती वाटा |
सोनाली जोशी |
गझल |
कवडसा |
बापू दासरी |
गझल |
गंध नाही फारसा... |
ज्ञानेश. |
गझल |
सांत्वन...( गझल ) |
mamata.riyaj@gm... |
गझल |
बंधन |
वर्षा ताम्बे |
गझल |
ययाती |
मनोज सोनोने |
गझल |
हृदय असते उगाचच! |
भूषण कटककर |
गझल |
मोग-याचा पसारा.....(गझल) |
supriya.jadhav7 |
गझल |
लोचट आशा, नेक निराशा, एक उसासा जीवन |
बेफिकीर |
गझल |
मृगजळ |
मिलिंद फणसे |
गझल |
शरपंजर |
पुलस्ति |
गझल |
घट अमृताचा |
गंगाधर मुटे |
गझल |
काळजी |
आनंदयात्री |
गझल |
राहिले माझेतुझे नाते घसाऱ्यासारखे |
चित्तरंजन भट |
गझल |
मी न माझा राहतो |
भूषण कटककर |
गझल |
''चेहरा'' |
कैलास |
गझल |
हा स्वत्वाचा तपास मानू आता |
बेफिकीर |
गझल |
कसे झाले? |
क्रान्ति |
गझल |
मी जसा आहे तसा.. |
ऋत्विक फाटक |
गझल |
खून केले... |
निरज कुलकर्णी |