गझल |
हातघाई |
गणेश धामोडकर |
गझल |
मनाच्या अडगळीमधले बिलोरी आरसे शोधू |
जयदीप |
गझल |
का सूर नवा हा छेडत जाते भासांची वीणा ? |
सोनाली जोशी |
गझल |
रंज की जब गुफ्तगू होने लगी.. मराठी अविष्करण. |
अविनाश ओगले |
गझल |
अस्पर्श स्वप्ने |
प्रसाद लिमये |
गझल |
तसा वेदनेला ही मी आवडलो नाही |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
पूर्वीगत पण आता काही लिहिवत नाही |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
जीव.... |
अमित वाघ |
गझल |
...दिसत नाही ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
अंतरा |
क्रान्ति |
गझल |
वरून शांत शांत वाटते किती... |
जयदीप |
गझल |
असा कसा मोहरून गेलो.... |
कैलास |
गझल |
माकडे ही |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
विचारू नका रे |
भूषण कटककर |
गझल |
सोपे न माना |
भूषण कटककर |
गझल |
परिस्थितीच्या उन्हात... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
वळता वळता |
वीरेद्र बेड्से |
गझल |
हे खरे ना? |
विसुनाना |
गझल |
किती खाल हो..? |
मानस६ |
गझल |
फास |
मधुघट |
गझल |
तुझा दोष नाही !! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
ऋतू कोणता |
दिलीप पांढरपट्टे |
गझल |
शेवटी झोपायचे आहे सदासाठी तुला |
बेफिकीर |
गझल |
अंतरास जाळते व्यथा |
स्नेहदर्शन |
गझलचर्चा |
गझल कशी होते? |
विसुनाना |