गझल |
नशेत होतो मी ! |
मानस६ |
गझल |
ये तुला मी भेटतो... |
भूषण कटककर |
गझल |
ओलावा |
rupali joshi |
गझल |
ती जुनी वही दिसली खिळखिळली माझी |
चित्तरंजन भट |
गझल |
शब्द ठेचाळतो... |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
हसवणारे, खिदळणारे |
केदार पाटणकर |
गझल |
वेगासवे मनाच्या, मी धावणार आहे |
प्रज्ञा महाजन |
गझल |
मारला गेलो |
कैलास |
गझल |
प्रमोद खराडे यांची गझल... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
असा श्वासांत येतो प्रास |
वैभव जोशी |
गझल |
अधाशी.... |
ameeeeet |
गझल |
ज्वानी भरात आहे, मदमस्त रात आहे...! |
मानस६ |
गझल |
नामानिराळे |
संतोष कसवणकर |
गझल |
अंतराय |
ज्ञानेश. |
गझल |
रात्री जे घडले त्याची दिवसाला वार्ता नसते |
प्रणव सदाशिव काळे |
गझल |
ती नदी गेली कुठे... |
वैभव देशमुख |
गझल |
हात तुझा हातात |
अगस्ती |
गझल |
मी काही स्वप्नांच्या नुसता सोबत बसतो |
प्रसाद लिमये |
गझल |
वेळी अवेळी |
जयन्ता५२ |
गझल |
ओठी तुझ्या.. |
जयन्ता५२ |
गझल |
भक्तीविभोर....!! |
गंगाधर मुटे |
गझल |
भाष्य |
कुमार जावडेकर |
गझल |
मला बोलायचे असते |
गौतमी |
गझल |
मी मिटून डोळे कविता जागत असतो |
चित्तरंजन भट |
गझल |
कवी नावाची शिवी |
भूषण कटककर |