गझल |
दळण |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
सुतक |
आभाळ |
गझल |
चालताना ........ |
निलेश कालुवाला |
गझल |
तुझे आच्छादलेले जग मला सांगून जाते |
बेफिकीर |
गझल |
मौन तुझे |
क्रान्ति |
गझल |
कुणाकुणावर अजूनही तो प्रभाव होता |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
...मारव्याचे सूर काही ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
अंगार चित्तवेधी |
गंगाधर मुटे |
गझल |
....सारे मला मिळाले !!! (गझल). |
supriya.jadhav7 |
गझल |
वाहते का ? हवाच आहे की ! |
चित्तरंजन भट |
गझल |
धागे |
क्रान्ति |
गझल |
काही वेळा..... |
बेफिकीर |
गझल |
फुलासारखी... |
ज्ञानेश. |
गझल |
... या नभी अंधारवेना |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
अबोला गाजला होता |
मयुरेश साने |
गझल |
वायदे करती हजारो |
जगदिश |
गझल |
बातमी |
आनंदयात्री |
गझल |
...का दिसेनात आता कुठे ? |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
माझे कसे म्हणावे.... |
स्वामीजी |
गझल |
नशीब माझे... |
अजब |
गझल |
आयुष्य |
आरती सुदाम कदम |
गझल |
विसावा |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
र॑ग अपुले मिसळले नाही..... |
वैभव देशमुख |
गझल |
बुरखा |
विसुनाना |
गझल |
जायला हवे ! |
प्रदीप कुलकर्णी |