गझल |
जाळीत फक्त जगणे |
अवधुत |
गझल |
तमाशा |
पुलस्ति |
गझल |
अलिप्तता |
ऋत्विक फाटक |
गझल |
वेगासवे मनाच्या, मी धावणार आहे |
प्रज्ञा महाजन |
गझल |
झुलवा |
पुलस्ति |
गझल |
विरह |
कैलास |
गझल |
छेद |
विसुनाना |
गझल |
ती नदी गेली कुठे... |
वैभव देशमुख |
गझल |
हेच असे असते जगणे... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
मन आता हे कळल्यावरती उदास नाही.. |
जयदीप |
गझल |
फार मी कुठे... |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
भक्तीविभोर....!! |
गंगाधर मुटे |
गझल |
मी ही तुझ्यात आहे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
कहाणी |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
सखे |
बापू दासरी |
गझल |
ही गझल आणि एक सांगाडा |
भूषण कटककर |
गझल |
गावाला आलो की..... |
विजय दि. पाटील |
गझल |
प्रघात |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
मदार... ( गझल ) |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
मरण्यात अर्थ नाही |
गंगाधर मुटे |
गझल |
भूल |
चक्रपाणि |
गझल |
एवढे नसते जलद आयुष्य सरण्यासारखे! |
प्रोफेसर |
गझल |
सोसले ना लाड ते कंगाल झाले |
कैलास गांधी |
गझल |
''वादात या कुणीही सहसा पडू नये '' |
कैलास |
गझल |
श्रीरंगा...... |
गौतम.रा.खंडागळे |