गझल |
क्षणांची मीलने |
बेफिकीर |
गझल |
हा काळ हरामी मलाच गंडा घालून जातो |
कैलास गांधी |
गझल |
हृदय असते उगाचच! |
भूषण कटककर |
गझल |
संवेदनशिल विषयांना बाजार बनविले जाते |
शुभानन चिंचकर |
गझल |
प्रश्न..... |
शांत्सुत |
गझल |
ना उन्हाळा भोगला मी फारसा |
कुमार जावडेकर |
गझल |
चमकण्याचे अचानक कारण येते... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
कैफ हा ओसाड का इतका ? |
चित्तरंजन भट |
गझल |
दूरचा किनारा |
योगेश्वर रच्चा |
गझल |
आरंभ... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
..अभंग |
ज्ञानेश. |
गझल |
पाहतो आहे पळाया दूर दुनियेहून मी |
मधुघट |
गझल |
...टाळतो |
केदार पाटणकर |
गझल |
गझल |
मयुरेश साने |
गझल |
खून केले... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
बाटली |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
विवंचना |
शैलेश कुलकर्णी |
गझल |
ते सिंह गर्जनेला कोल्हे कुई म्हणाले................... |
मयुरेश साने |
गझल |
असा मी असामी |
भूषण कटककर |
गझल |
दिसतील पंख त्याचे |
भूषण कटककर |
गझल |
भ्रम..... |
अमित वाघ |
गझल |
संकटे |
वीरेद्र बेड्से |
गझल |
मला येत नाही |
भूषण कटककर |
गझल |
चालेल तोवर चालु दे ! |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
जत्रा |
अविनाश ओगले |