गझल |
थाबं ! |
श्रीकान्त |
गझल |
बाजार |
आनंदयात्री |
गझल |
वर्षे झाली |
योगेश वैद्य |
गझल |
~ शामकांती सांजवेळी ~ |
Ramesh Thombre |
गझल |
वादळ ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
जे जसे आहे तसे स्वीकारतो मी शेवटी... |
बेफिकीर |
गझल |
मान्यवरांची गझल-संगीता जोशी |
मीर क्षीरसागर |
गझल |
सये... |
टिंब |
गझल |
बंद दिवसाच्या घराचे दार ... |
वैभव देशमुख |
गझल |
तिथे नाक घासा |
भूषण कटककर |
गझल |
आताशा तो जरा निराळे वागत असतो |
सोनाली जोशी |
गझल |
नियम |
कुमार जावडेकर |
गझल |
चालतो ऐसा जणू .... |
ह बा |
गझल |
जन्म एक मध्यरात्र वाटतो |
वैभव वसंतराव कु... |
गझल |
गजल |
कल्पना शिन्दे |
गझल |
कसा करावा या भयगंडाचा निचरा |
अनंत ढवळे |
गझल |
भरोसा |
कैलास |
गझल |
तगमग |
ॐकार |
गझल |
चांदणी, चंचला, कामिनी, सुंदरा, मोहिनी, अप्सरा, कोण आहेस तू |
वैभव देशमुख |
गझल |
काय सांगू |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
कुणाकुणाला जरी समजला, मला परंतू कळला नाही... |
सोनाली जोशी |
गझल |
शब्द |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
नव्या यमांची नवीन भाषा |
गंगाधर मुटे |
गझल |
तू परतून यावे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
खूप झाले, हे व्यथांना रोजचे.... |
जनार्दन केशव म्... |