गझल |
राख..! |
मी अभिजीत |
गझल |
हे शहर माझी व्यथा सांभाळते |
प्रसन्न शेंबेकर |
गझल |
मारवाही शेवटी... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
आवे |
बापू दासरी |
गझल |
उभा ज् न्म गेला |
इलोवेमे |
गझल |
आसवे आता न केवळ गाळती माझे नयन |
कैलास |
गझल |
आवेग दाटलेला !!! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
निरर्थक... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
तुझ्याविना हे शहर तुझे |
वैभव जोशी |
गझल |
शेवट लिहलेला असतो सुरुवातीवरती |
शाम |
गझल |
दावा .. |
कमलाकर देसले |
गझल |
आस जागी.. |
चांदणी लाड. |
गझल |
मरणानंतर |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
मंत्र |
प्रशान्त वेलापुरे |
गझल |
...काळजी नको ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
पापणी |
कौतुक शिरोडकर |
गझल |
बघ तुझे माझे बिनसले शेवटी |
बेफिकीर |
गझल |
मावळाया लागलो |
निशिकांत दे |
गझल |
तू ... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
खेळ |
गणेशप्रसाद |
गझल |
जाहिरात - अभिषेक उदावंत |
अभिषेक उदावंत |
गझल |
पांडुरंगा |
प्रशान्त वेळापुरे |
गझल |
चकवा |
केदार पाटणकर |
गझल |
शहारा |
पुलस्ति |
गझल |
सांगती खोटे जरी |
rind |