गझल |
मी अहल्येसारखी... ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
बस जराशा मी पणाने.... |
अमित वाघ |
गझल |
माणसे |
बापू दासरी |
गझल |
धागे |
क्रान्ति |
गझल |
मनात काही |
जयन्ता५२ |
गझल |
अलिप्त |
क्रान्ति |
गझलचर्चा |
महिला गझलकारांची संख्या |
केदार पाटणकर |
गझल |
...लाभले |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
समज |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
चार ओळी |
ज्ञानेश. |
गझल |
उस्ताद |
ॐकार |
गझल |
नाते |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
''तुझ्याविना या जगात माझा जगावयाला नकार आहे'' |
कैलास |
गझल |
भाव |
क्रान्ति |
गझल |
सखे ठोठावते आहेस कुठले दार देहाचे? |
ॐकार |
गझल |
जगेन मी |
भूषण कटककर |
गझल |
अखाडा |
धोंडोपंत |
गझल |
स्वप्न आता पापणीला छळत नाही |
प्रमोद बेजकर |
गझल |
स्थित्यंतरे |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
आणखी एक सपाट गझल |
भूषण कटककर |
गझल |
मोल |
आनंदयात्री |
गझल |
...त्याचीच ओढा री पुन्हा!! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
गझल |
मिल्या |
गझल |
शब्दार्थ |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
तरी हात हाती हवासा तुझा... |
अमित वाघ |