गझल |
तुला समजलो ,कुठे समजली तुझी सहजता |
अनंत ढवळे |
गझल |
तू कधी ही न रागावली पाहिजे |
कैलास |
गझल |
फडफडतो काळजात माझ्या... |
वैभव देशमुख |
गझल |
माहीत नाही... |
जिज्ञासा... |
गझल |
...मित्रा |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
अवेळी अशा.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
कवडसा |
बापू दासरी |
गझल |
आयुष्याला अमुच्या....... |
वैभव देशमुख |
गझल |
काल ज्या क्षणी तुला मी पाहिले प्रिये |
कैलास |
गझल |
जिंदगी |
मिल्या |
गझल |
गझल |
अनंत ढवळे |
गझल |
इकडे कुठे रे आज... या भागात? |
बेफिकीर |
गझल |
कधीच नाही |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
'' तीळ '' |
कैलास |
गझल |
कळता कळता... |
ज्ञानेश. |
गझल |
वाटते बोलायचे राहून गेले |
कैलास |
गझल |
दिसे दिसायास... |
वैभव देशमुख |
गझल |
भिंती !! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
''श्वास झाला मोकळा की,कोंडल्यागत वाटते'' |
कैलास |
गझल |
पत्रे |
केदार पाटणकर |
गझल |
आपले म्हणून जा..कधीतरी |
मानस६ |
गझल |
काय हा रस्ता तुझ्या शहरातला |
बेफिकीर |
गझल |
संताप |
काव्यरसिक |
गझल |
पुढारी |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
सुखाच्या सर्व व्याख्यांना जरा बदलून पाहू या! |
बहर |