नवे लेखन
प्रकार | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद |
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गझल | ...एकंदरीने ! | प्रदीप कुलकर्णी | 17 |
गझल | ...आहेस कुठे तू ? | प्रदीप कुलकर्णी | 5 |
गझल | ...अंदाज आगळा आहे! | मधुघट | 1 |
गझल | ....सारे मला मिळाले !!! (गझल). | supriya.jadhav7 | 12 |
गझल | .....बरे दिसत नाही...! | प्रदीप कुलकर्णी | 1 |
गझल | .....न ऐकायचे | प्रमोद बेजकर | 4 |
पृष्ठ | .....असाच राहिलो | अमेय जोशी | 2 |
गझल | ............. अजून काही | विशाल कुलकर्णी | 3 |
गझल | ..... पुन्हा पुन्हा ! | जयश्री अंबासकर | 8 |
गझल | ... स्मरण असावे | अजय अनंत जोशी | 5 |
गझल | ... वंशातल्यांचे | अजय अनंत जोशी | 3 |
गझल | ... राहिलो मी | अजय अनंत जोशी | 1 |
गझल | ... या नभी अंधारवेना | अजय अनंत जोशी | 12 |
गझल | ... भांडू नकोस राणी | अजय अनंत जोशी | 7 |
पृष्ठ | ... नाही आज पचत काही | मधुघट | 1 |
गझल | ... तुरुंग सारे! | गिरीश कुलकर्णी | 2 |
गझल | ... किती लाचार व्हावे ? | प्रदीप कुलकर्णी | 12 |
गझल | .. तूही प्रसन्न हास ! | प्रदीप कुलकर्णी | 12 |
गझल | . . . जशी तू | अजय अनंत जोशी | 4 |
पृष्ठ | . | विश्वस्त | |
गझल | ----सोडू नकोस ---- | नेहा | 4 |
गझल | ----पुन्हा का---- | नेहा | 4 |
गझल | ----नसते आशा जीवनाची---- | नेहा | 2 |
पृष्ठ | (गझल) | केशवसुमार | 1 |
कार्यक्रम | 'हृदयाचा उद्गार गझल ' | मानस६ | 2 |