गझल |
जीवनाशी जुंपली |
rind |
गझल |
चुंबिण्या येऊ नको तू |
मयुरेश साने |
गझल |
दारू - प्रसाद कुलकर्णी |
मीर क्षीरसागर |
गझल |
मंतरलेल्या सायंकाळी |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
आसपास |
अलका काटदरे |
गझल |
पाहिले तुला हळूच |
तुषार जोशी |
गझल |
मदार |
पुलस्ति |
गझल |
सौदा |
आनंदयात्री |
गझल |
नवा नकार |
भूषण कटककर |
गझल |
सत्य |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
जगून घे |
आदित्य_देवधर |
गझल |
ये जवळ |
वैभव देशमुख |
गझल |
खोल डोहाच्या तळाशी साचलेला गाळ हो |
बेफिकीर |
गझल |
गझल - ६.(ब) : साकी मला तू असा, गळका जाम देऊ नको : दुरूस्त आणी पुनः संपादित |
खलिश |
गझल |
पाय |
किमंतु |
गझल |
हरवला... |
सतीश |
गझल |
एकरूप |
चांदणी लाड. |
गझल |
कोडे |
आदित्य_देवधर |
गझल |
..शह.. |
योगेश जोशी |
गझल |
विझले निखारे |
संतोष कसवणकर |
गझल |
तटांसारखे.. |
मानस६ |
गझल |
व्यथा |
मिलिंद फणसे |
गझल |
कसाबसा मी जगतो ते |
बेफिकीर |
गझल |
'गालिब'च्या गजलेचा भावानुवाद |
अजब |
गझल |
आता पुरे टवाळी - सुनेत्रा सुभाष |
सुनेत्रा सुभाष |