गझल |
घट अमृताचा |
गंगाधर मुटे |
गझल |
जगणे म्हणजे अवघड चळवळ |
श्रीकांत वाघ |
गझल |
कधी कधी |
केदार पाटणकर |
गझल |
काळजी |
आनंदयात्री |
गझल |
नाते |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
''चेहरा'' |
कैलास |
गझल |
आहे उसंत कोठे |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
... राहिलो मी |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
तुझी नजर |
मिल्या |
गझल |
कसे झाले? |
क्रान्ति |
गझल |
मंतरलेल्या सायंकाळी |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
...वेड पांघरावे मी ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
मी जसा आहे तसा.. |
ऋत्विक फाटक |
गझल |
सूर माझे |
rind |
गझल |
चंद्र झालो मी कुणाचा अन किती डागाळलो मी.. |
सोनाली जोशी |
गझल |
सहज फिराया आलेला सासरला श्रावण. |
ह बा |
गझल |
सांग ना |
मनीषा साधू |
गझल |
बदल |
काव्यरसिक |
गझल |
पाणी थकले, जमीन थकली... |
वैभव देशमुख |
गझल |
थोडासा |
भूषण कटककर |
गझल |
ऋतुंची ऐकली कुजबूज मी |
बेफिकीर |
गझल |
मी विस्कटल्या खोलीत मनाच्या.. |
बहर |
गझल |
कळता कळता... |
ज्ञानेश. |
गझल |
अबोल |
कैलास |
गझल |
पुन्हा केव्हातरी |
क्रान्ति |