नवे लेखन
शीर्षक |
लेखक![]() |
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मराठी गझलचे 'तंत्र’-काही प्रश्न. | सदानंद डबीर | |
सहज मनापर्यंत पोहोचलेले.... | ह बा | |
मीर तकी मीर ची एक गझल व त्याचे मराठी भा... | हेमंत पुणेकर | |
फासले ऐसे भी होंगे - भावानुवाद - असेल अ... | ॐकार |
कशास पाहिजे तुला परंपरा?
तुझीच तू परंपरा बनून जा
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मराठी गझलचे 'तंत्र’-काही प्रश्न. | सदानंद डबीर | |
सहज मनापर्यंत पोहोचलेले.... | ह बा | |
मीर तकी मीर ची एक गझल व त्याचे मराठी भा... | हेमंत पुणेकर | |
फासले ऐसे भी होंगे - भावानुवाद - असेल अ... | ॐकार |