नवे गझललेखन
| शीर्षक | कवी | प्रकाशनाची तारीख |
|---|---|---|
| माझी गझल ... | निरज कुलकर्णी | 23 October 2008 |
| शब्दवीर... | निरज कुलकर्णी | 23 October 2008 |
| खून केले... | निरज कुलकर्णी | 23 October 2008 |
| गप्प १ | तिलकधारीकाका | 18 October 2008 |
| कधीतरी चांदण्यात दोघे.... | प्रदीप कुलकर्णी | 20 October 2008 |
| पुन्हा "भेट चोरटी.." | ज्ञानेश. | 18 October 2008 |
| भेट चोरटी... | ज्ञानेश. | 14 October 2008 |
| फक्त येवढा तिचा ... | स्नेहदर्शन | 13 October 2008 |
| एक कविता | अजय अनंत जोशी | 30 August 2008 |
| मदार... ( गझल ) | निरज कुलकर्णी | 6 October 2008 |
| मी खरे बोललो तेव्हा | अजब | 5 October 2008 |
| समज | अजय अनंत जोशी | 8 October 2008 |
| ...मनातच | संतोष कुलकर्णी | 13 October 2008 |
| औषधाने मी बरा होत नाही. | मानस६ | 6 October 2008 |
| जिंदगानी | भूषण कटककर | 11 October 2008 |
| ...केव्हातरी ! | प्रदीप कुलकर्णी | 7 October 2008 |
| आगी लावणारे | भूषण कटककर | 4 October 2008 |
| बिघडले आमचे साचे | भूषण कटककर | 13 October 2008 |
| लाज ! | प्रदीप कुलकर्णी | 13 October 2008 |
| हृदय असते उगाचच! | भूषण कटककर | 14 October 2008 |
| यातना | मधुघट | 13 October 2008 |
| बासरी नादावली रे... | स्वामीजी | 5 May 2008 |
| असे करू नये २ | तिलकधारीकाका | 7 October 2008 |
| चालणे टाळायचे का? | स्वामीजी | 5 May 2008 |
| खेळ | अजय अनंत जोशी | 29 September 2008 |