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गझल |
आजच्या आज |
विजय दि. पाटील |
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गझल |
... भांडू नकोस राणी |
अजय अनंत जोशी |
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गझल |
...मी खरा की तू खरा ? |
प्रदीप कुलकर्णी |
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गझल |
घृणा... ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
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गझल |
गझलेचा आजार हवा |
अजय अनंत जोशी |
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गझल |
सोयरा |
क्रान्ति |
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गझल |
हा काळ हरामी मलाच गंडा घालून जातो |
कैलास गांधी |
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गझल |
गझल |
संतोष कुलकर्णी |
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गझल |
भावलेले |
कौतुक शिरोडकर |
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गझल |
कुपी |
आनंदयात्री |
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गझल |
एखादा तरी... |
मी अभिजीत |
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गझल |
''भारतीय'' |
कैलास |
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गझल |
वेदना |
प्रज्ञा महाजन |
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गझल |
नशीब माझे... |
अजब |
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गझल |
हसवणारे, खिदळणारे |
केदार पाटणकर |
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गझल |
धाड.... |
कर असतो तर... |
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गझल |
जागू नको |
अनिल रत्नाकर |
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गझल |
जशी रात्र झाली... |
केदार पाटणकर |
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गझल |
किती स्तब्धता ही प्रवाही अताशा |
भूषण कटककर |
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गझल |
उशीर झाला तेव्हा कळले उशीर झालेला आहे |
चमत्कारी |
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पृष्ठ |
बातचीत भटांशी |
निनावी (not verified) |
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गझल |
पिले खेकड्यांची |
अनिल रत्नाकर |
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गझल |
मुलाहिजा |
चित्तरंजन भट |
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पहारा : डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
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गझल |
डोळे जेव्हा भिडले होते |
मधुरा |