गझल |
उ:शाप |
स्वामीजी |
गझल |
तू |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
आसवे आता न केवळ गाळती माझे नयन |
कैलास |
गझल |
नामानिराळे |
संतोष कसवणकर |
गझल |
तुझ्यास्तव..... |
ह्रषिकेश चुरी |
गझल |
मी काही स्वप्नांच्या नुसता सोबत बसतो |
प्रसाद लिमये |
गझल |
ओल |
पुलस्ति |
गझल |
नाही |
कौतुक शिरोडकर |
गझल |
आज ही वेदना दार ठोठावते..... |
खलिश |
गझल |
ज्या मरणाला ... |
संतोष बडगुजर |
गझल |
भाष्य |
कुमार जावडेकर |
गझल |
अलामत? सोड चिंता तू..... |
भूषण कटककर |
गझल |
येथे राज्य चालते माझे |
बेफिकीर |
गझल |
मन्मना...! |
काव्यरसिक |
गझल |
वगैरे... |
वैभव जोशी |
गझल |
कदाचित |
कुमार जावडेकर |
गझल |
...मन माझे ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
समज |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
मरणानंतर |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
गर्दी... |
अजब |
गझल |
बघ तुझे माझे बिनसले शेवटी |
बेफिकीर |
गझल |
नको तसे घडण्यावरती ह्यासाठी मन जडले होते |
बेफिकीर |
गझल |
अज्ञातवास |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
मी बोचलो म्हणाले |
सोनाली जोशी |
गझल |
तुझ्या आठवांना उजाळाच देतो... |
बहर |